Month: December 2019
सीबीआई: तू चीज बड़ी है मस्त-मस्त
सीबीआई के तीन निदेशकों पर एक बिचौलिया का कब्ज़ा था। सुप्रीम कोर्ट ने कहा था कि सीबीआई पिंजरे में बंद तोता है, जो सिर्फ अपने मालिक की बात सुनता है। तब रंजीत सिन्हा सीबीआई के निदेशक हुआ करते थे, केंद्र में यूपीए की सरकार हुआ करती थी और नरेंद्र मोदी इस मसले पर दहाड़ते थे। […]
अयोध्या मामले की सुनवाई अब जनवरी में
प्रायोजित रूटीन की तरह भभके गिरिराज और ओबैसी। गिरिराज सिंह ने कहा कि अब हिंदुओं का धैर्य टूट रहा है और उन्हें भय है कि हिंदुओं का धैर्य टूटा तो क्या होगा। ओबेसी ने कहा कि विश्व हिंदू परिषद, संघ और आरएसएस के सभी हैरी अध्यादेश की बात करते हैं तो बना लीजिये अध्यादेश लाकर। […]
सबरीमाला विवाद: दलों के स्वार्थी और बौद्धिक दिवालियापन का प्रतिफल
— ** बी बी रंजन समाज-परिवर्तन का बुनियादी काम महापुरुष करते हैं। बौद्धिक रूप से दिवालिया छुटभैये नेताओं के लिए तो कुर्सी ही ब्रह्म है, सत्ता के मार्गों की प्राप्ति ब्रह्मज्ञान है। केरल के सबरीमला मंदिर में रजस्वला औरतों के प्रवेश को […]
नमो की डुगडुगी पर थिरकते लोग बिलखने लगे
2014 में नरेंद्र मोदी की डुगडुगी पर थिरकती मानसिकता 2018 तक सिहरने लगी है। नरेंद्र मोदी की बर्बादी और बदनामी की स्क्रिप्ट जेटली, अधिया, राकेश अस्थाना, भरतलाल की गुजराती लॉबी ने लिखी। पद और अभूतपूर्व समर्थन के प्रमाद से उपलब्धियों की उम्मीद को गहरा आधात लगा है। मजमा इकट्ठा करना आसान होता है, लेकिन मुश्किलों […]
क्यों घबड़ा गई भाजपा ?
क्या छत्तीसगढ़ को छोड़ अन्य राज्यों में पछाड़ खाकर गिरने की अंदुरुनी खबर से भाजपा को पाँच राज्यों के चुनाव परिणाम के पूर्व सीटों पर सहमति की सद्बुद्धि आयी? या प्रशांत किशोर के महागठबंधन के संपर्क में लगातार बने रहने से घबरा गयी भाजपा? क्या मध्यप्रदेश और राजस्थान की निराशाजनक हालत के बाद सीबीआई, राफेल […]